नई दिल्ली, Shilpi Samridhi Loan Scheme :- भारत एक ऐसा देश है जहाँ कारीगरी और शिल्पकला की परंपरा सदियों पुरानी है। हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लाखों लोग मिट्टी के बर्तन, हस्तशिल्प, बुनाई, कढ़ाई, लकड़ी की नक्काशी और अन्य शिल्प कार्यों से जुड़े हुए हैं। लेकिन अक्सर आर्थिक कमी की वजह से ये कलाकार और कारीगर अपने हुनर को आगे नहीं बढ़ा पाते। इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने “शिल्पी समृद्धि लोन योजना” (Shilpi Samridhi Loan Scheme) की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य देश के पारंपरिक शिल्पकारों को आर्थिक सहयोग देना है, ताकि वे आसानी से अपने काम को बढ़ा सकें और अपनी आजीविका को मज़बूत बना सकें।

Shilpi Samridhi Loan Scheme क्या है?
Shilpi Samridhi Loan Scheme एक सरकारी वित्तीय सहायता योजना है, जिसके अंतर्गत कारीगरों और शिल्पकारों को कम ब्याज दर पर लोन दिया जाता है। यह लोन उन्हें अपने काम को आगे बढ़ाने, नया सामान खरीदने, आधुनिक उपकरण लगाने और बाज़ार में प्रतिस्पर्धा करने में मदद करता है। सरकार का मानना है कि अगर कारीगरों को सही समय पर पूंजी उपलब्ध कराई जाए, तो वे अपने हुनर को बड़े स्तर पर दिखा सकते हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान दे सकते हैं।
योजना का उद्देश्य
-
कारीगरों और शिल्पकारों को सस्ता और आसान ऋण उपलब्ध कराना।
-
पारंपरिक कला और शिल्प को संरक्षित और बढ़ावा देना।
-
ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर बढ़ाना।
-
कारीगरों को आधुनिक मशीनरी और तकनीक से जोड़ना।
-
देशी उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में प्रतिस्पर्धी बनाना।
इस योजना के तहत मिलने वाला लोन
-
कारीगरों को उनके काम की ज़रूरत के अनुसार 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है।
-
कुछ राज्यों में यह सीमा अलग-अलग हो सकती है।
-
यह लोन कम ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाता है ताकि कारीगर पर अतिरिक्त बोझ न पड़े।
-
सरकार कई बार ब्याज दर पर सब्सिडी (अनुदान) भी देती है।
शिल्पी समृद्धि लोन योजना के लाभ
-
कम ब्याज दर पर लोन – सामान्य बैंकों की तुलना में इस योजना के तहत कारीगर को कम ब्याज दर पर लोन मिलता है।
-
सरल प्रक्रिया – आवेदन और दस्तावेज़ की प्रक्रिया आसान है।
-
बिना गारंटी के लोन – छोटे लोन के लिए कई बार किसी गारंटी की आवश्यकता नहीं होती।
-
व्यवसाय में वृद्धि – कारीगर अपने काम को बड़े स्तर पर ले जा सकते हैं।
-
बाज़ार से जुड़ाव – इस योजना के अंतर्गत सरकार शिल्पकारों को प्रदर्शनी और मेलों से भी जोड़ती है।
-
रोज़गार में बढ़ोतरी – कारीगर नए लोगों को अपने साथ काम पर रख सकते हैं, जिससे गांव में रोजगार बढ़ता है।
कौन ले सकता है Shilpi Samridhi Loan Scheme का लाभ
-
आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
-
उम्र सीमा – 18 से 55 वर्ष तक।
-
आवेदक का मुख्य कार्य शिल्पकारी, हस्तशिल्प, बुनाई, मिट्टी के बर्तन, लकड़ी/धातु कार्य, कढ़ाई-बुनाई या इससे संबंधित कला हो।
-
आवेदक पहले से किसी अन्य बड़े सरकारी लोन डिफॉल्टर न हो।
-
समूह (Self Help Group – SHG) या व्यक्तिगत कारीगर – दोनों आवेदन कर सकते हैं।
ज़रूरी दस्तावेज़
-
आधार कार्ड या मतदाता पहचान पत्र (पहचान प्रमाण)
-
राशन कार्ड / बिजली बिल (निवास प्रमाण)
-
बैंक पासबुक (खाता विवरण)
-
शिल्प/कारीगरी से जुड़े प्रमाण पत्र या सिफारिश पत्र
-
पासपोर्ट साइज फोटो
-
मोबाइल नंबर
आवेदन कैसे करें?
1. ऑनलाइन आवेदन
-
कई राज्यों में Shilpi Samridhi Loan Scheme के लिए सरकारी वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन की सुविधा दी गई है।
-
आवेदक को वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा।
-
मांगे गए दस्तावेज़ अपलोड करके फॉर्म सबमिट करना होगा।
-
आवेदन की स्थिति ट्रैक करने की सुविधा भी दी जाती है।
2. ऑफलाइन आवेदन
-
आवेदक नज़दीकी बैंक, जिला उद्योग केंद्र (DIC), खादी ग्रामोद्योग कार्यालय या कारीगर सहकारी समिति से संपर्क कर सकते हैं।
-
वहां से आवेदन फॉर्म लेकर भरना होता है।
-
सभी दस्तावेज़ लगाकर जमा करना पड़ता है।
-
जांच के बाद लोन स्वीकृत कर दिया जाता है।
कब तक लोन चुकाना होगा?
-
Shilpi Samridhi Loan Scheme की वापसी की अवधि सामान्यतः 3 से 5 साल तक होती है।
-
कारीगर की आय और व्यवसाय के अनुसार बैंक या संस्था किस्तें तय करती है।
-
समय पर किस्त भरने पर ब्याज दर में छूट भी मिल सकती है।
शिल्पी समृद्धि लोन योजना से जुड़े कुछ अहम तथ्य
-
Shilpi Samridhi Loan Scheme कारीगरों के लिए है, जिनके पास हुनर तो है, लेकिन पैसे की कमी से वे आगे नहीं बढ़ पा रहे।
-
योजना का सीधा उद्देश्य है – “हुनर को रोजगार से जोड़ना”।
-
इसके जरिए ग्रामीण इलाकों के लोग भी आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
-
केंद्र और राज्य सरकारें समय-समय पर इसमें बदलाव करती रहती हैं।
Rohit Kumar is a dedicated author at LoanRising.com, passionate about simplifying complex financial concepts. With a focus on loans, personal finance, and financial literacy, he delivers insightful, reader-friendly content. Rohit aims to empower individuals with the knowledge needed to make informed financial decisions and achieve their monetary goals.